तुमने कहा था तुम मेरे होने वाले थे,
मगर आज तुमने मुझसे दिल की बात कह दी।
धीरे-धीरे हमारा रिश्ता टूट गया,
जख्म देता है तेरा हर बिना कही बात करना।
उम्मीदें भरी थी दिल में तेरी,
मगर अब तुमने मुझे छोड़ दिया है।
दर्द से भर गया है दिल मेरा,
कैसे भूलूँ तुझे, ऐ मेरे यारा।
छोड़ गया है तू मेरी दुनिया को,
कैसे सहूँ मैं ये झोला तनहाई का।
गुनगुनाता हूँ मैं तेरे गानों के संग,
मगर न जाने कैसे कारवाँ बहक गया।
रह गया हूँ मैं खोया हुआ तन्हा,
तुम्हारे बिना ज़िन्दगी कैसे चलूँ सही कहा।
मगर ए दोस्त, ये भी सच है,
तू नहीं था मेरे लिए, भटका मैं खुद को बस तुझसे।
अब चाहे जो हो जाए मेरा हाल,
पर याद रखना, तू मेरी दिल में हमेशा रहेगा।
-कवि लोकेश
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