जगमगाती रौशनी,
अँधेरे को हराती शक्ति।
जगाती है हर किसी को,
अपने अंदर की कोई पिक्षा।।
विचरणा के समंदर में,
मिलती है रोशनी की रौशनी।
मन में उठती प्रेरणा,
करती है अनमोल शिक्षा।।
खुद को पहचानो तुम,
जगाओ आत्मविश्वास।
कुछ भी कर सकते हो तुम,
सारी दुनिया करे प्रशंसा।।
हो जिद्दी और उत्साही,
बढ़ते चलो सपनों की और।
प्रेरणा है जीवन की चाबी,
हर मुश्किल को करो तैयार।।
इन्स्पिरेशन से भरो अपनी जिंदगी,
बनो वह आकार जो तुम चाहते हो।
खुद पर भरोसा रखो तुम हमेशा,
अपनी मंजिल को पूरा करो।।
-कवि लोकेश
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