तुझसे दूर होने का इल्ज़ाम,
दिल में छेद खुद पर तू ने किया कियाम।
तुम्हारी यादों में खोकर,
अक्सर रोते हैं हम रातों में।
प्यार की बातें, वादे वादों की बातें,
सब बेमानी समझकर, किया तुम ने मेरे साथ चीटिंग।
वक़्त ने किया हमें अलविदा,
अब तुम्हारे बिना हर रोज़ सताए ये ज़िंदगी की छटा।
तुमसे भिना हैं अब हम अकेले,
प्यार की एहसास ने सिखाया हमें दर्द का खेल।
इस दिल से जो तुम चले गए,
अब उस दिल को कोई नहीं भर सकता।
खुदा करे तुम्हारी जिंदगी हमेशा खुशियों से भरी रहे,
मगर इस दिल की बात तुम्हारी याद कायम रहे।
अब जी लेते हैं इस अकेलापन में,
कौन किसे याद रेखेगा इस ब्रेकअप की अहमियत।
-कवि लोकेश
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