विच्छेद की रात्रि
- Lokesh T
- October 24, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना ये ज़िंदगी अधूरी है, बेवफ़ाई की तुमने किया बरूरी है। दिल टूट गया, जीना मुश्किल हो गया, धड़कनों की गलियों में तुम्हें खो गया। क्यों किया तुमने ये दिल को चोट, क्यों तोड़ दिया तुमने मेरी खोट। प्यार का सिलसिला अब खत्म हो गया, दो दिलों का मेल अब टूट हो गया। तुम […]
और पढ़ें...ब्रेकअप के गहरे दर्द
- Lokesh T
- October 23, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरी यादें दिल में बसी हैं, तेरी चाहत अब भी रास्ता देखती है। पर तू चली गई, छोड़कर मुझको, अब तो ख़ुद से भी मैं अनजान हूँ। रिश्ते बिखर गए, दिल टूट गया, तुझसे हमारा सब कुछ छूट गया। कोई नहीं है सहारा मेरे लिए, तू ही था मेरी जिंदगी का सच्चा साथी। तेरी तो […]
और पढ़ें...बिछड़ने की दर्दभरी शायरी
- Lokesh T
- October 23, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तू मुझसे दूर हुआ, मेरी दिल को तोड़ दिया। बिखर गई थी हमारी मोहब्बत, तेरे जाने से मेरा दिल रो रहा। तुझसे बिछड़ना था मुझे नहीं, मेरी जिंदगी बिना तुम्हारे अधूरी है। तू मेरे साथ था हर मुश्किल में, अब क्यों अकेले में मैं सिसक रहा हूँ। तुझे याद करने से दर्द होता है, तेरे […]
और पढ़ें...अलग होने का दर्द
- Lokesh T
- October 23, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल टूट जाए तो कैसे जीवन चलता है, किसी का साथ छूट जाए तो कैसा विश्वास होता है। छोड़ दिया है तुमने मुझे अकेला, जीवन का सफर अब लगता अनजाना। मेरे दिल को तोड़ कर तुमने, किए सारे अपने वादे फिर भूल गए। तुम्हें नहीं जानते मेरी दर्द-भरी राहें, कैसे करूं मैं तुम्हें भूल जाऊं। […]
और पढ़ें...विच्छेद के अल्फाज़
- Lokesh T
- October 22, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़ने की वो रातें, जब सपने टूट जाते हैं। दिल टूट जाता है, ख्वाबों के साथ छूट जाते हैं। दर्द भरी यादें बातें, पल-पल दिल को सताती हैं। चुपके से रो लेते हैं हम, कहीं वो आवाज आती है। ब्रेकअप का दर्द, कितना अजीब होता है। दिल में ख़याल रहता है, कुछ कहना चाहता है, […]
और पढ़ें...बदलती राहें: ब्रेकअप की कविता
- Lokesh T
- October 22, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीने का इन्तजार है, कभी तो आओ, मुझे मनाने का वादा करो। दिल की बातें कहने को ज़ुबां नहीं मिलती, तुम्हारे बिना ये ज़िन्दगी मुझे नहीं चाहिए। तुम्हारे खयालों में खो गया हूँ, तुम्हारी यादों में बहक गया हूँ। क्यों तुमने मुझसे दिल की बात छुपाई, क्यों तुमने मुझसे रूठ जाने का फैसला […]
और पढ़ें...विच्छेद: दिल की दरार
- Lokesh T
- October 22, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
कोई कहता था इश्क में खुशी है, पर क्या करें जब वही इश्क हमें रुलाये। तुम्हारी यादों से जुदा होना तो कठिन है, कोई कहता है वक़्त है सब कुछ ठीक कर देगा। पर दिल की सुनती नहीं वो पलकों की चाह, तोड़ दिया उसने दिल की सिल सिलाह। तूने हमें छोड़ दिया एक अजनबी […]
और पढ़ें...विच्छेद: एक कठिन सच्चाई
- Lokesh T
- October 21, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना है ये दुनिया अजनबी, तुम्हारे बिना मेरी जिंदगी बेमानी है। तुम्हारे बिना सुना नहीं सकता हूँ मैं, तुम्हारे बिना जीना मुश्किल हो गया है। तुम्हारे साथ गुजरी हर पल याद आती है, तुम्हें खोने का दर्द सहा नहीं जा रहा है। बिछड़ा दिल सुना है लौट कर नहीं आएगा, तुम्हारे बिना जीना मेरे […]
और पढ़ें...अलविदा का खेल
- Lokesh T
- October 20, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
वादा करते थे हम एक दूसरे से, प्यार का इकरार करते थे हम एक दूसरे से। पर क्या हुआ, कहां गलती हो गई, हमारी मोहब्बत में क्यों एक खालत हो गई। तुमने कहा अब हमें अलविदा कहना होगा, मेरे दिल में तोड़ के रख दिया तुमने ये वादा। कैसे भूला सकूंगा मैं तुझे दिल से, […]
और पढ़ें...रिश्तों का अंत
- Lokesh T
- October 20, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल टूटा एक बार फिर, वो दिन याद आता है शीशे में उसका आईना ख़ुद को देख के, छुपाता हूँ रो रो के। ख़ता क्या थी, जिसने की इतनी सजा, मैं क्यों उसको समझू अपना, उसने कहा था ना कभी, तुम्हें मेरी ज़रूरत नहीं, पर फिर भी मैने मान लिया उस ‘कि’ बात को। मन […]
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