विचलित बातें
- Lokesh T
- November 1, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़ने की वह लम्बी रात, दिल में दर्द और आंसुओं की बारिश। तुम्हारी यादों का जला दिया चिराग, बहुत दर्द है, जाने कब होगी शांति। तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है, कितने दिन बीते तुम्हारे साथ। तुम्हारी अब जरूरत नहीं मेरे जीने की, पर तुम्हारे बिना मेरा जीना अधूरा सा लगता है। बेवफा तुम नहीं, बस […]
और पढ़ें...ब्रेकअप का दर्द (The Pain of Breakup)
- Lokesh T
- November 1, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल हो गया, दिल का हर कोना दर्द से भर गया। तुम्हारे साथ बिताए वो पल, आज बिना तुम्हारे जीना है कठिन हो गया। तूने तोड़ दिया हमारा साथ, अब लगता है जीना हमें रातों को नींद हरा देता साथ। प्यार की बातें भूल गए हम, ब्रेकअप के बाद दिल ढूंढ पाता […]
और पढ़ें...अलविदा क्या कहते हो
- Lokesh T
- October 31, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरे जाने के बाद मेरे दिल में एक अजीब सा गहरा दर्द है। तेरी यादें मेरी साँसों में बसी हैं तेरे बिना जीना मुश्किल सा लगता है। तूने कहा था तुझे मेरी ज़रूरत नहीं है मैंने तुझे खो दिया, तुझे मेरी ज़रूरत नहीं है। तेरी चुप्पी के सामने मेरी आंखें नम होती हैं क्यों नहीं […]
और पढ़ें...ब्रेकअप की दर्दनाक कहानी
- Lokesh T
- October 31, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरे जाने के बाद, मेरी आँखों में आंसू बहते हैं, तू मेरे जीवन की चाँदनी थी, अब तारे भी छुप गए हैं। तेरी यादों में खोया हूँ, मुझे खुशी का अहसास नहीं होता, तू मेरा साथ छोड़ कर चली गई, मेरी दिल को तेरे बिना सुकून नहीं मिलता। हमारी मोहब्बत की कहानी, अब किसी और […]
और पढ़ें...ब्रेकअप की कशिश
- Lokesh T
- October 30, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल हो गया, ब्रेकअप का दर्द दिल में सिमट हो गया। तुम्हारी यादें जलाकर रह जाती हैं, अब तन्हाई में रोकर रह जाती हैं। वादे जो किए थे हमने एक दूसरे से, बिना कुछ कहें सब तोड़कर रह जाते हैं। दिल टूटे हैं, मन टूटा है, कैसे ये अलविदा इतना कठिन हो […]
और पढ़ें...विचलित हर्ष
- Lokesh T
- October 30, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना ज़िंदगी अधूरी सी लगती है, तुम्हारी ख्वाहिशों की गहराइयों में उलझी सी लगती है। तेरे बिना मेरा जीना बस एक जंजीर सा है, तेरी बेवफाई में मेरी आँखों से गिरती बूँदें सा है। तेरे मोहब्बत की छाया में जीना था मेरी आदत, तुम्हारी ख्वाहिशों की जंजीर में उलझते-उलझते बस मैं खो गया। तुम […]
और पढ़ें...विच्छेद – (Vichhed)
- Lokesh T
- October 29, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरी यादों में खोया हूँ, तेरे बिना जीना ना आया हूँ। तूने छोड़ दिया मुझे अकेला, अब तन्हाई का साथ निभाया हूँ।। मैं तेरी आँखों में खो गया था, तेरी हंसी की खुशबू में बहक गया था। पर तूने मुझे छोड़कर चला गया, मेरे दिल को तेरी यादों में रो गया था।। क्या कहूं तूने […]
और पढ़ें...अलविदा, प्यार का सफर
- Lokesh T
- October 29, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारी वापसी की उम्मीद में, दिन रात बीत जाते हैं। मेरे दिल की चैन छीन लिया है, तेरे बिना जीने की आदत हो गई है। तुम्हारे साथ हंसी-खुशी भरे पलों की यादें, अब काटने लगी हैं मेरी रातें। क्यों किया तुमने ऐसा इंकार, मुझे तो लगता था, हमारी ये तो जबरदस्त जोड़ी है। तुमने कहा […]
और पढ़ें...दिल का टूटना
- Lokesh T
- October 29, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
छूट गया है वो सपना टूट गया है ये हर्ष बिखर गया है जीवन बस रही है ये दर्द की धवंस तुम्हारे बिना जीना अब मुमकिन नहीं ये दिल टूट गया है तुम्हारे बिना एकाकी रह गया है। गुलाब के पाते गिर गए मेरे प्यार के ख्वाब भी टूटे दिल में बसे थे खुशियों के […]
और पढ़ें...विच्छेद की धड़कन
- Lokesh T
- October 28, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल टूटा है, कहानी कहीं खो गई, कैसे क्यों ये रिश्ता इतनी दूर गई। तेरी यादों में खो जाए, रातें उदास सा बीते, तू चला गया जिंदगी से, अब तक़दीर से हार गए। क्या था वो कसम सच्ची, तुझसे मिलकर कहता हूँ, अब कोई आहत करे न मुझको, मेरी ये जिंदगी रुला गयी। -कवि लोकेश
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