दिल के टुकड़े: ब्रेकअप का दर्द
- Lokesh T
- November 14, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारी यादें छोड़ना हमारे लिए था अच्छा, वो सब दिन थे जब हम साथ थे तुम्हारे साथ। पर अब हमें सब यादें बर्दाश्त नहीं, तुम्हारे बिना हमारी ज़िंदगी अधूरी है। तुमने छोड़ दिया हमें अकेले रोते हुए, हम सोचते हैं कैसे करें अपनी रातें। पर एक नयी शुरुवात की आशा है हमें, अब तुम्हारा नाम […]
और पढ़ें...दरारों का सिलसिला
- Lokesh T
- November 14, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरे जाने के बाद, मेरी जिंदगी कुछ अधूरी सी लगी, तन्हाई ने छेड़ दी मेरी दिल की दरार, तू नहीं होता है इस दिल की धड़कनों में, मेरी रूह को तेरा ख्याल बहुत बेकार। तू जो था मेरे साथ, हर पल मेरे साथ, हर खुशी हर ग़म तेरे साथ ही था, पर तेरे बिना मेरी […]
और पढ़ें...विच्छेद: उड़न मोह माया का
- Lokesh T
- November 13, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारी यादें चिपकी हैं दिल के रूह में, फिर भी जुदा हो जाने की क्या घड़ी थी। तेरी हंसी, तेरी बातें, सब अब रह गए हैं, आँसू बन गए हैं ये रिश्ते बिगड़ी थी। तोड़ दिया दिल तुमने मेरा, क्यों किया ऐसा, क़सम से सजा देना था, सजा बड़ी भारी थी। दुखी हूँ मैं तुम्हारे […]
और पढ़ें...अलविदा नाराजगी
- Lokesh T
- November 13, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल के रिश्तों की कहानी, जो थी प्यार से बुंदेली। अब वो टूटे हुए तारे, कैसे बताऊँ ये कश्मकश जिंदगी की। दर्दनाक थी वो फसल, प्यार की बोटें कमजोरी से टूटी। अब तन्हाई है साथी, कैसे भूलूँ इस अफसोस की गहराई। दिल की धड़कनें अब सुनाई नहीं देती, कैसे भूलूँ उसकी एक झलक को। अपने […]
और पढ़ें...बिछड़ने का दर्द
- Lokesh T
- November 12, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
वो ख्वाब बिखर गए, जुदाई के आंसू हमें तड़पा गए। दर्द भरी रातें, उनकी यादों में डूबे, कितनी तड़प, कितनी चुप्प। दिल टूटा, जीवन अधूरा, कैसे भूलें उनकी मोहब्बत का जललूरा। क्यों करें इतना दर्द सहना, क्या था कुछ कम इन अलविदा का समय आना। सपनों की रानी अब दूर चली गई, वो पलकों की […]
और पढ़ें...विच्छेदित हुआ रिश्ता
- Lokesh T
- November 12, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरे जाने के बाद, दिल मेरा टूटा है। क्यों तूने मुझे छोड़ा, क्या मेरी गलती थी जो तू मुझसे हुई जुदा। तेरे बिना दुनिया सुनी लगती है, तेरे बिना जिन्दगी बेमानी लगती है। कैसे भूला दूँ तुझे, कैसे जी लूँ खुद को इस मंजिल पर सफर के बिना। तेरी यादों में खो कर, दिल मेरा […]
और पढ़ें...विरह
- Lokesh T
- November 11, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है, कभी कहते थे हम एक दूसरे के लिए बने है। लेकिन अब तुमने चाहा नहीं हमें, दिल टूटा है, मन भरा है तन्हाई से। तुम्हें खोई हमने जिंदगी की राह, आने वाले मोड़ पर हमें अकेला पाया। कितनी बार सोचा फिर से मिल जाएगा वो पल, पर तुमने दिया हमें […]
और पढ़ें...विच्छेद की अल्हड़नी
- Lokesh T
- November 11, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
अलविदा कहते हुए तुम्हें, मेरी जिंदगी से निकाल लिया है। कितना मुश्किल है ये जीना, तुम्हारे बिना ये दिल नहीं मालूम कैसे जिएगा। वादा था साथ चलने का, पर तुमने तो अपने हाथ छोड़ दिए। मेरे लिए ये तूफान है, तुम्हारी खोई हुई यादों के साथ। कैसे भुलाऊं तुम्हें, कैसे मिटाऊं तुम्हें, दिल के दर्द […]
और पढ़ें...अलविदा की संगीनी (Alvida ki Sangini)
- Lokesh T
- November 10, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल टूटा है, सपने टूटे हैं, बेवफा इश्क़ ने हमें लुटे हैं। सजा था प्यार से सजी हमने दुनिया, मगर अब आँखों में आंसू छुपे हैं। क्या करें ये दर्द जो दिल में है, कैसे मिटाएं जो बात सबसे गहरी है। प्यार का अंत हुआ, दर्द छल गया, कुछ रातें बीती, कुछ सपने टूटे हैं। […]
और पढ़ें...अलविदा की खुशबू
- Lokesh T
- November 10, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तोड़ दिया है उसने दिल मेरा, मेरी जिंदगी में लाई है अंधेरा। साथ चलते थे हम हर पल, अब एहसास हो गया बेकार। छोड़ चला गया वो मुझे अकेले, अब तन्हाई मेरी कर रही तंग। ना जाने कहाँ गया वो मेरा साथ, अब तक़दीर में मेरी लिखी है इतनी साज़िश। प्यार में किया है वो […]
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