वियोग: समाप्ति का अहसास
- Lokesh T
- January 25, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल हो गया, दिल को अब तुम्हें भुलाना हो गया। तुम्हारे साथ गुजरे पल याद आते हैं, अब तुम्हें बिना रहना पड़ा है सहना। मेरी ज़िन्दगी में एक ख़ामोशी छा गई, तुम्हारे साथ मेरी दिल की धड़कन रुक गई। अब से तुम्हें भूल जाऊँगा मैं, मेरी जान हो तुम, मेरे दिल की […]
और पढ़ें...अलविदा के दर्द
- Lokesh T
- January 25, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना साँच बसा तड़पाना है, बंधन तोड़ दिया हमने, अब तमाम भरम मिटाना है। तुम्हें छोड़ कर बिना हम कुछ रह नहीं पाएंगे, दिल का दर्द छुपाना हमसे नहीं सह पाएंगे। हमारा दिल टूटा है तुम्हारी चाहत के लिए, गुनाह किया हमने, माफी मांगना तुम्हारी लिए। यादें तुम्हारी बेवफाई की दर्द से भरी […]
और पढ़ें...विच्छेद: अस्तित्व का अंत
- Lokesh T
- January 24, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरे बिना जीना मुश्किल होता है, कभी ख़ुशी, कभी ग़म सहना होता है। तेरे साथ बरसो पल बिताए थे, मेरे दिल को तेरा ही तोहफ़ा पाए थे। पर कुछ ग़लतीयाँ हमने की थी, जो हमारे रिश्ते को तोड़ दिया था। अब तू दूर है, मैं अकेला हूँ, कितने जल्दी तूने मेरे साथ नाता तोड़ दिया […]
और पढ़ें...विच्छेद: एक नए शुरुआत की ओर
- Lokesh T
- January 24, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुमने कहा था तुम मेरे होने वाले थे, मगर आज तुमने मुझसे दिल की बात कह दी। धीरे-धीरे हमारा रिश्ता टूट गया, जख्म देता है तेरा हर बिना कही बात करना। उम्मीदें भरी थी दिल में तेरी, मगर अब तुमने मुझे छोड़ दिया है। दर्द से भर गया है दिल मेरा, कैसे भूलूँ तुझे, ऐ […]
और पढ़ें...प्यार की बेवफाई
- Lokesh T
- January 23, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
खत्म हुआ वह सुन्दर सपना, जिसका था हमारा मोहित जोश। दिल की धड़कनें थम गईं, चली गईं सभी हमारी खुशियाँ। क्यों हवा में बिखर गए हम, क्यों अकेले रह गए हम। कहानी में बन गई रहस्य, कैसे खो दिया हमारा विश्वास। दिल के कट गए तारे, आँसू गिर पड़े बार-बार। खो गई हमें सब राहें, […]
और पढ़ें...विच्छेद की धूप
- Lokesh T
- January 23, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
अब तुम्हें मेरी यादें भी चुभती होंगी, मुझे तुम्हारी खोज में गुम होने दो। यादें हैं मेरे दिल की छांव, तुम्हें भुलाने का ज़रा समय दो। दिल टूटा है मेरा तुम्हारे बिना, क्यों भुलाना चाहो तुम मुझे जितना। खुशियां हैं अब सुनी-सुनी सी, तुम्हें देना चाहेंगे मुझे हर एक सनम। जाना है तुम्हें अब मेरे […]
और पढ़ें...विच्छेद की अंगड़ाई (Vichhed ki Angdaai)
- Lokesh T
- January 22, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
दिल टूट जाने का दर्द, कितनी मुश्किल से सहा है। तुमसे मिलने की हर दिन, कितना इंतजार किया है।। तुम्हारे बिना जीना मुश्किल, कैसे ये जीने की राह चला। हर दिन तुम्हे याद करके, कैसे मजबूरी को झेला।। तुम्हारी यादों में खोया, कैसे अपने आप को भुलाया। तुम्हारी बिना जीना अब, कैसे इसे सहाया।। वादे […]
और पढ़ें...विच्छेद की एक ख़ूबसूरत कहानी (A beautiful tale of breakup)
- Lokesh T
- January 22, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तेरी यादों की छाया, मेरे दिल से हटा नहीं पाया। तेरे बिना जीना अब मुश्किल है, तू मुझसे दूर होकर खुश है। बीते दिनों की यादें बीटे लम्हों में हैं, तेरे बिना जीना अब मुश्किल है। तेरे जाने के बाद, दिल टूट गया है, तेरी यादों में खोकर, दिल बहुत रोया है। अब कैसे कहूं, […]
और पढ़ें...विच्छेद: ह्रदय की गहराइयों से
- Lokesh T
- January 22, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना दिल बेचैन है, बर्बाद है ये मौसम की तरह। तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है, ब्रेकअप की ख्वाहिश न करो जनाब। थी हमारी ये मोहब्बत खूबसूरत, पर एक दिन हो गया हमारा हाल। दिल टूटा था और क्या कर सकते थे हम, मगर तुम्हारे बिना दिल मर गया है। क्यों करते हो ऐसा बर्बाद […]
और पढ़ें...विच्छेद: ऐसी ही होती है ज़िन्दगी की एक सच्चाई
- Lokesh T
- January 21, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना मेरा जीवन अधूरा है, तुम्हारी यादें मेरे दिल को छू रही हैं। तुम्हारी मुस्कान, तुम्हारी बातें, अब भी मेरे दिल में बसी हैं। जब तुमने कहा अलविदा, मेरा दिल टूट गया। उम्मीदें टूट गईं, ख्वाब सिर्फ धुआं हो गए। क्यों नहीं बचा पाए हम, हमारे प्यार को संभाले। क्यों किया तुमने मेरे साथ, […]
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