विराम पत्र: बिछड़े दिल की कहानी
- Lokesh T
- May 17, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़ने का दर्द तेरे बिना हर शाम अधूरी है, ख्वाबों की मूरत अब बेचारी है। तेरी यादों के साये में जीते हैं, हर सांस में तेरा नाम बसा हुआ है। तू चली गई जब से, ये दिल है सुनसान, वो लम्हे, वो बातें, सब हैं अब वीरान। खुशियों का राग अब अपने पर奏 नहीं, वो […]
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उम्मीद की रोशनी
प्रेरणा चढ़ पहाड़, ये देख नए आसमान, हर ओर बिखरे हैं सपनों के जहान। कदम बढ़ा, मत हो डगमगाती, हर मुश्किल से आगे, खुद को चुपचाप सिखाती। चन्द्रमा की चाँदनी, तारे की रोशनी, हर अंधेरे में छुपी एक नई कहानी। संघर्ष का दीप जलाकर रखो, हर आलस्य को पीछे छोड़ चलो। जितने मुश्किल हों, उतनी […]
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प्रेम की बूँदें
- Lokesh T
- May 17, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
प्रेम की रीत चाँदनी रात में तेरा जो चेहरा, हर एक पल में बसी है मेरे भीतर गहरा। तेरी हंसी में काश, हो कोई जादू, हर ग़म को भुला दे, करे दिल को खुशी का ताज़ा साज़। तेरा साथ जैसे सावन की बूँदें, सपनों का संसार, वादियों की जादूई कूँजें। तेरे बिना सूना ये जग […]
और पढ़ें...विराम का पल
- Lokesh T
- May 17, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़ने का दर्द तेरी यादों की हर एक लहर, दिल में उठती है एक नज़र। सपनों की दुनिया बिखर गई, आँखों में आंसू, मन में सिहर। तेरे संग बिताए पल, अब बस एक गहरा खलिश। कहाँ खा गया वो प्यार, जो था एक वक्त की मिठास। दिल के जज़्बात अब सूने, खामोश हैं, जैसे चाँद […]
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प्रेम की मधुर छाँव
- Lokesh T
- May 17, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
प्रेम की रेखाएँ तेरे बिना, मेरी ज़िंदगी सुनसान, तेरी मुस्कान में छुपा है सारा आसमान। तेरे नाज़ुक हाथों का छूना, जैसे बहार की पहली हवा का सुखना। तेरे ख्वाबों में बसी है एक दुनिया, जहाँ आजकल दिल में उमड़ती है गहराई। तेरी बातों में छुपा है जादू, हर लम्हा हो जाता है खूबसूरत और साधू। […]
और पढ़ें...दिल की दरारें
- Lokesh T
- May 17, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
विराम की थी रात चाँद की चाँदनी में, तन्हाई की बातें, दिल में उठते जज़्बात, अब कैसे हैं राहतें। वो ख़ुशबू, वो हंसी, सब खो गया है, एक अधूरी प्रेम कहानी, बस रो गया है। सपनों की रंगीनियाँ, अब हैं धुंधली, तेरे बिना ये राहें, हैं क्यों इतनी सुनसान। जो वादे किए थे, अब सब […]
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