Day: May 15, 2025

प्रेम कविता

प्रेम की अधूरी कहानी

प्यार की कहानी तेरी आँखों में बसी है, एक ख्वाब की दुनिया, हर लम्हा तेरे बिना, अधूरी है मेरी धुनिया। तेरा नाम लूँ जुबां से, जैसे फूलों की खुशबू, हर धड़कन में बसता है, तेरा नाम मेरा इश्क़। चाँदनी रातों में, तेरा साथ हो जब पास, सितारों की चादर तले, खो जाएं हम उस सास। […]

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विरह कविता

टूटे सपनों का सफर

बिछड़ने की बेला खुशियों के दिन थे, संग तेरे बीते, चाँदनी रातों में, सपने हम जीते। फूलों की महक में, तेरा नाम था, अब इन धुंधलियों में, बस सन्नाटा थमा। तू साथ थी जब, दिल की धड़कन थी, तू दूर हुई, अब ये आहें रह गईं। वो हंसी, वो बातें, सब बिछड़ गईं, आँखों की […]

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प्रेम कविता

प्रेम की रेशमी डोर

बेशक! यहाँ एक प्रेम पर कविता है: दिल की धड़कन में बसा तेरा नाम, तेरी आँखों में बसा है सारा जहाँ, तेरे बिना अधूरा है हर एक ख्वाब, तू है मेरी खुशियों का सबसे प्यारा पैगाम। चाँदनी रात में तेरा हाथ थाम लूँ, हर एक पल में तेरा एहसास कर लूँ, तेरे संग बिताऊँ जिंदगी […]

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विरह कविता

विराम की विवशता

बिछड़ने का मौसम तुझसे जो मिला, वो ख़्वाब सा था, हंसते-खेलते, वो समय सुनहरा था। पर जब बिछड़ने का समय आया, दिल की धड़कन, एक पल में थम गया। तेरे बिना अधूरी, हर एक बात है, आँखों में छुपा दर्द, बस एक रात है। यादों के साये, हर कदम पर साथ हैं, तेरे बिना ये […]

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विरह कविता

विराम का एहसास

बेवफ़ाई की परछाईं तेरे ख्वाबों का शहर, अब सुनसान हो गया, पलकों पे रखा था, प्यार अब न गुमान हो गया। हर लम्हा तेरा, जैसे सुबह का सूरज, अब काली रातों में, बिछड़ने का आंसू बन गया। तेरे हंसी-ठिठोली, जैसे मीठी यादों की बातें, अब दर्द की लहरों में, हर मोड़ पर बस ख़ामोशी है। […]

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