विरह की गूंज
- Lokesh T
- April 30, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़ना तोड़ दी तूने धागे प्यार के, दिल के सन्नाटे में गूंजे हर बार के। खुशियों के पल अब हैं यादों के, आँखें भरती हैं, ये हैं क्या रंज के। सपने थे जो हमने साथ बुने, अब वो ख्वाब हैं, जैसे बादल के कने। तेरा हंसना, मेरा मुस्कुराना, अब ये साया भी मुझसे है यूँ […]
और पढ़ें...
सोने सी महक (Fragrance Like Gold)
- Lokesh T
- April 30, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
प्यार चाँद की चाँदनी में, तेरा नाम लूं, तेरे हर ख्वाब में, मैं बस जाऊं। हवा की सरसराहट में, तेरा एहसास, तेरे बिना ये दिल, रह जाए उदास। तेरी हंसी की धुन में, कोई गीत बुनूं, तेरी आँखों की मीठास, मैं हर दिन चखूं। तू जैसे सुबह की पहली किरण, तेरे संग हो हर लम्हा, […]
और पढ़ें...
Would you like a few lines of the poem as well?
प्रेरणा चरणों में हो उम्मीद की रौशनी, हर मुश्किल में है बिखरी खुशी। संघर्षों से सजे हैं सपनों के रंग, बढ़ते चलो, खुद को करो हलचल संग। चढ़ते पहाड़ों पर, गूंजे तुम्हारा नाम, हर बाधा को पार कर, दिखाओ अपना धाम। फूलों की तरह, खिलो हर एक याम, खुद पर भरोसा रखो, तुम हो अपने […]
और पढ़ें...
दिल की धड़कन (Heartbeat of the Heart)
- Lokesh T
- April 30, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
यहाँ एक प्रेम पर कविता प्रस्तुत है: प्रेम की परिभाषा चाँदनी रातों में तेरा नाम लूँ, तेरे हर ख्वाब का मैं सामना करूँ। तेरी हँसी से महके हैं गगन, तेरे बिना अधूरा मेरा हर सफर हो। तेरी आंखों में गलियों का सागर, हर नज़र में छिपा हो तेरा जादू। तू है जैसे मेरी धड़कन का […]
और पढ़ें...विभाजन की छाया
- Lokesh T
- April 30, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
बिछड़न का अहसास तेरे बिना ये रातें, अधूरी सी लगें, सपनों की सुनहरी दुनिया, अब धुंधली सी लगें। तेरे मुस्कान की छवि, मन में बसी थी, अब यादों के सागर में, जैसे लहरें अटकी थी। बातें तेरी, हंसी तेरी, सब कुछ खो गया, दिल का जो रिश्ता था, वो भी तो टूट गया। जिन लम्हों […]
और पढ़ें...
(Prerna Ke Deep Jalayeen)
प्रेरणा हर सुबह की किरण, देती नई रौशनी, उठो, जागो, बढ़ो, लाओ जीवन में खुशी। सपने हैं अनमोल, इन्हें सच करना है, हर मुश्किल में धैर्य, बस यही धरना है। आसमान की ऊँचाई, हमारे पंखों की तरह, खुद पर विश्वास करो, यही है सच्ची भक्ति। गिरकर उठना सीखो, यही है जीवन की कला, हर ठोकर […]
और पढ़ें...
प्यार की गूंज (Echoes of Love)
- Lokesh T
- April 30, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
बिछड़े हुए ख्वाबों की महक में बसा, तेरा मेरा रिश्ता, जैसे कोई नज़ारा। चाँदनी रातों में, तेरे संग बिताए, दिल की हर धड़कन में, तेरा ही नज़ारा। रंगबिरंगी यादों का संगम है ये, तेरी हंसती आँखों में, खो जाता सारा। हर लम्हा तेरा, हर बात में तेरा, प्यार की खुशबू से महका है ये सारा। […]
और पढ़ें...
प्रेरणा के दीप जलाएँ
प्रेरणा चले जो रस्ते, संकोच मिटाए, सपनों के चित्र, नित नए बनाए। थक कर न रुकना, संघर्ष करना सिखा, हर दीवार को तुम, आसमान बना। आंधियों में जो दीप जलाए, उम्मीद के तराने, मन में समाए। सपनों की ऊँचाई, हर एक हासिल हो, प्रेरणा की ज्योति, हर दिल में बसती हो। खुद पर विश्वास रखो, […]
और पढ़ें...
प्रेम की खामोशी (The Silence of Love)
- Lokesh T
- April 30, 2025
- love poems
- प्रेम कविता
प्रेम की भाषा तारा चांदनी रातों में, छुपा है प्रेम का अहसास, तेरे बिना अधूरा मेरा, हर दिन जैसे हो उदास। तेरी आँखों में बसी हैं, सपनों की मीठी कहानी, तेरे संग बहे बहारें, हर लम्हा हो जैसे नयी। हवा में तेरा नाम बहे, फूलों में तेरी खुशबू, तेरे संग हर ख़ुशी मिले, तू है […]
और पढ़ें...If you need a full poem or any specific style, let me know!
- Lokesh T
- April 30, 2025
- Breakup Poems
- विरह कविता
ब्रेकअप तन्हाई के साए में, दिल का करार टूटा, ख्वाबों की महक में, अब सिर्फ अंधेरा छूटा। तेरी यादें हैं संग, जैसे काली काली रात, हर बूँद आँसू की, सुनाती है उन बातों की बात। तूने दी थी खुशियाँ, पलों की एक नई धुन, अब बिछड़ने के बाद, सून हैं सब चहल-पहल गुनगुन। दिल ने […]
और पढ़ें...