Day: January 24, 2025

प्रेम कविता

प्रेम अनमोल है

प्यार क्या है, ये कैसे बताएं, दिल की एक खामोशी कैसे समझाएं। मोहब्बत का अहसास असली है, वो एहसास जो सबसे ख़ास है। चाँदनी की उस धुन में ढलते हैं हम, तेरी मीठी आँखों में छुपे हैं अपने सपने। तेरी मोहब्बत के साथ जीना है मुझे, तू ही तू मेरी जिंदगी की खुशबू है। तेरी […]

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विरह कविता

विच्छेद: अस्तित्व का अंत

तेरे बिना जीना मुश्किल होता है, कभी ख़ुशी, कभी ग़म सहना होता है। तेरे साथ बरसो पल बिताए थे, मेरे दिल को तेरा ही तोहफ़ा पाए थे। पर कुछ ग़लतीयाँ हमने की थी, जो हमारे रिश्ते को तोड़ दिया था। अब तू दूर है, मैं अकेला हूँ, कितने जल्दी तूने मेरे साथ नाता तोड़ दिया […]

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विरह कविता

विच्छेद: एक नए शुरुआत की ओर

तुमने कहा था तुम मेरे होने वाले थे, मगर आज तुमने मुझसे दिल की बात कह दी। धीरे-धीरे हमारा रिश्ता टूट गया, जख्म देता है तेरा हर बिना कही बात करना। उम्मीदें भरी थी दिल में तेरी, मगर अब तुमने मुझे छोड़ दिया है। दर्द से भर गया है दिल मेरा, कैसे भूलूँ तुझे, ऐ […]

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