विच्छेद
- Lokesh T
- September 4, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तोड़ दिया दिल तुमने मेरा, बिना कुछ कहे बस चला गया। फिर भी ज़िंदगी चली जाती है, कुछ अधूरे सवाल छोड़ जाती है। तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है, तुम्हे भूल पाना नामुमकिन है। पर तुम्हारी यादों से भी भरा है, मेरा हर लम्हा, हर पल भरा है। क्यों तोड़ दिया दिल तुमने मेरा, क्यों छोड़ […]
और पढ़ें...प्रेम की आगाही
- Lokesh T
- September 4, 2024
- love poems
- प्रेम कविता
प्यार का रंग छाया है, दिलों को भरकर लाया है। एक खुशबू सी बिखरी है, ख्वाबों की दुनिया सजी है। दिल में बसी एक ख्वाहिश है, तेरे बिना जीने की इच्छा है। तेरी बातों में मोहब्बत है, तेरी हंसी में मगनी है। प्यार की भावना अनगिनत है, दिल की धड़कन में बसी है। तू मेरी […]
और पढ़ें...दिल का दर्द: विच्छेद
- Lokesh T
- September 4, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
ख्वाब थे हमारे साथ सजाए, मिलकर चले थे हम एक सफर पर, पर फिर हो गया हमारा ब्रेकअप, मानो ये हमें दर्द से भरा प्याला पिलाया। तुमने कहा था तुम्हारी मोहब्बत सच्ची है, पर पता चला तुम्हारे दिल में दोगुनी धोखा था, अब छोड़कर चले गए हो तुम मेरे दिल से, मेरी आँखों में आंसू […]
और पढ़ें...प्यार का आगमन
- Lokesh T
- September 4, 2024
- love poems
- प्रेम कविता
प्यार का इश्क़ सजा है इस ज़िंदगी की रूह में, मिली है ये भगवा किसकिस के स्वपनों से। दिल की धड़कन में बस गया है वो, जान के प्यार में खो गया है वो। मोहब्बत का रंग चढ़ गया है हर दिल में, खुदा बना दिया है उसने हर रिवाज़ में। प्यार की नजरों में […]
और पढ़ें...अलविदा, विचारधारा की पुरानी
- Lokesh T
- September 4, 2024
- Breakup Poems
- विरह कविता
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है, दिल को बहुत दर्द हो रहा है। तुम्हारे जाने के बाद, मेरे दिल में केवल तुम है। तुम्हारी यादें छू रहीं हैं, दिल में धड़कनें बढ़ रहीं हैं। कैसे भूलूं तुम्हें मैं, तुम्हारे बिना मेरा जीना अधूरा है। धीरे-धीरे हमारी दूरी बढ़ती गई, तुम्हारे चले जाने से मेरी तन्हाई बढ़ती […]
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