संबंधों का अनूठा संगम
- Lokesh T
- August 30, 2024
- love poems
- प्रेम कविता
प्रेम की धुन तेरे बिना अधूरी थी मेरी हर ख़ुशी, तेरे साथ बंधी है अब मेरी हर रूह की रसी। तेरी आँखों में बसी हैं ख्वाबों की रातें, तेरी मुस्कान में छिपी हैं, मेरी हर बातें। जब से मिले हैं हम, सूरज ने भी मुस्काया, चाँद ने फिर से अपनी चाँदनी से गुनगुनाया। तेरे बिना […]
और पढ़ें...समानता का मिलन
- Lokesh T
- August 29, 2024
- love
तुम्हारी यादों की खुमारी में, हर लम्हा मैं खो जाता हूँ, तुम्हारे बिना ये जीने की राह, खुद से भी मैं डर जाता हूँ। तेरी आँखों की चमक, जैसे चाँद की रोशनी, मेरी रातों को सजाती, मेरी खामोशी। तेरी बातें, जैसे मधुर बूँदें बहे, सपनों की उन गलियों में, तुम ही तुम बहे। तुम्हारे साथ […]
और पढ़ें...तेरे बिना
- Lokesh T
- August 29, 2024
- love poems
तेरे बिना तेरे बिना ये चाँदनी रात अधूरी, तेरे बिना हर धड़कन है नज़दीकी, जियें हम कैसे, ये पल हैं बेगाने, तेरे ख्वाबों में खोई, मैं हूँ तेरा साया, तेरे बिना जीवन, जैसे ताल हैं सूने। तेरी यादों की महक से महके ये जहाँ, तेरी हंसी से रोशन हो हर एक नज़र, तेरे नर्म लफ्ज़ों […]
और पढ़ें...Hello world!
- Rahul
- August 24, 2024
Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or delete it, then start writing!
और पढ़ें...