तुम्हारे लौट जाने से हमने पर्याप्त रोया,
दिल टूटा है, जिसे इस दिन था इंतज़ार किया।
वार्तालाप का बरस साथ छूट गया,
तुम्हारे बिना जीना हमने सीखा।
हर पल जो तुम्हारे साथ गुजरा,
अब वो यादें भी पीड़ा बन गई है।
खुद से आज पुछते हैं, क्यों किया तुमने यह मर्दानगी से,
हमसे दूर चले गए, हमें छोड़कर टूट गए।
पता हो, ये सब करने से पहले हमने तुमसे एक बार जरूर पूछा था,
क्या हमारी मोहब्बत तुम्हारे लिए काफी नहीं थी?
मगर तुमने चुप रहकर हमें छोड़ दिया,
और उस दिन से हमने खुद को तुमसे अलग कर लिया।
अब जो भी संभावनाएँ थी उन सबका मिलना हम नहीं चाहते,
तुम और हम, हमारे बीच एक ही संभावना भी नहीं बची।
इस लव स्टोरी को हम अब खत्म कर रहे हैं,
क्योंकि हमने तुम्हारा इरादा अब खुद ही समझ लिया।
तुम्हें हमारे लिए कभी नहीं समझ पाएंगे,
क्योंकि हमारी मोहब्बत तुम्हें कभी भी सराहने के लायक नहीं थी।
आखिर में बोलेंगे हम बस एक ही शब्द,
“ब्रेकअप” – वो पल आ गया है।
-कवि लोकेश
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