तुम्हारे बिना एक दुनिया अधूरी सी लगती है,
कहाँ गया वो साथी जिसके बिना हमारी धड़कन भी रुकती है।
हमने संभाल कर रखा था प्यार का सिलसिला,
पर कुछ तो राज थे जो तुमने पलकों पर सजा दिया।
तुम अपने सपनों में खो गए,
हमारे रिश्ते को तुमने बस खो दिया।
क्या उधार की गुलजार में भी मिलोगे तुम हमें,
या तुम्हारे लिए हम इस दरिया के किनारे ही सही।
ब्रेकअप का दर्द हमेशा रहेगा याद,
लेकिन इसके साथ हमें भी कुछ सीखने को मिला।
ये तरकश हम फिर से जोड़ने के लिए नहीं,
बल्कि नयी तस्वीर के रंग में हमें कुछ अधूरा पूरा करने को मिला।
-कवि लोकेश
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