तुम्हारे बिना जीना मुश्किल हो रहा है,
कैसे कहूँ की खुद को बचा लूँ,
वादों की कसम न तोड़ूंगा,
कर दी है तुमने एक ही मौका छूरी से देने का।
मेरे दिल को छोड़कर तुमने,
सब कुछ बीत छुका है काले अंधेरों में,
सारी यादें अब मेरे डरावने ख्वाबों में,
तोड़ दिया है था तुमने मेरी उमीदों के देहानत मुझे।
तेरा जाना है तो क्या हुआ,
हमने तो अब भी तुझसे प्यार करना है,
पर तुझे खुद की तलाश है,
हमें तो अब तन्हा रास्ते पर चलना है।
छोड़ कर गई तुमने मेरे हाथ का साथ,
मेरे दिल में तेरी खोज तक भी नहीं है अब,
तू मेरी तकदीर मेरे ख्वाबों में आयी थी,
पर अब खुद को तुम्हारे सपनों से अलग कर लिया है मैं।
आँसू बहाना पड़ा मुझे,
तेरे जाने की खबर सुनकर,
पर अब मैं तेरे साथ कोई रिश्ता नहीं रख सकता,
क्यों कि तू है मेरे दिल की बेवफाई का कारण।
अब तू गई है दूर,
मैं बस यहाँ हूँ तू जहाँ है,
पर इस ब्रेकअप के बाद भी,
मैं तुझे खोना नहीं चाहता हूँ।
-कवि लोकेश
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