तेरे जाने के बाद
दिल टूटा है बहुत
क्यों न जाने क्यों
है ये दर्द इतना गहरा
तुझसे मिलने का सपना
सपने में ही रह गया
तू चली गई मेरी जिंदगी से
तेरे बिना अब मौत सा लगता है
यादें तेरी छू गईं
काबिले यकीं नहीं हैं
अब कैसे जियूं मैं
तेरे बिना जीना मुश्किल हैं
प्यार करके भी क्या हासिल हुआ
तेरे साथ रहकर भी क्या मिला
अब तुझे भूलाना होगा
दिल को समझाना होगा
ये ब्रेकअप का दर्द
कहाँ से लाऊँ फिर से मुस्कान
तू नहीं हमारा होकर भी
एक अजनबी हो गया हैं हमारा मान
क्या फिर से मिलना
क्या फिर से प्यार करना
कैसे भूला दूं तुझे
ये सवाल अब सताते हैं हमें।
-कवि लोकेश
Discover more from Kavya Manthan
Subscribe to get the latest posts sent to your email.