तुम मेरी जिंदगी में आये और चले गए,
छोड़कर मुझे एक अजनबी बना गए।
मेरी दिल की धड़कनों को तुमने जो रोका,
वो स्पर्श तुम्हारा आज अजनबी सा लगा।
क्या मालूम था मुझको तुम्हारी मोहब्बत में,
की एक दिन होगा हमारा ब्रेकअप।
तुम्हारा साथ सब कुछ था मेरे लिए,
लेकिन तुम्हारी नजरों में मैं सिर्फ एक खेल बन गए।
कितनी महोब्बत से तुम्हें चाहा मैंने,
कितनी आसाँी से तुमने मुझे छोड़ दिया।
अब जीने का कोई मकसद नहीं रहा,
ब्रेकअप की चोट अब भी दिल में महसूस होती है।
पर अब मैं तुम्हारे बिना आगे बढ़ना चाहता हूँ,
क्योंकि मेरी जिंदगी का अगला चैप्टर तुम्हारे साथ नहीं चाहिए।
-कवि लोकेश
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