तुम्हारे बिना ये दिल बेहल रहा है,
तुम्हारी यादें हर कोने में छाई है।
दिल के दर्द को कैसे बताऊं,
तुम्हारे बिना हर दिन सताए है।
मोहब्बत का वादा था हमने किया,
पर तुमने क्यों हमें छोड़ दिया।
ब्रेकअप की ये पहली बर्फी रात है,
तुम्हारे बिना ये जीवन विरान सा लगता है।
दिल में छुपी हुई तेरी खुशबू अब भी है,
तुझे हम याद करके रोते रहते हैं।
प्यार का इजहार घुंगरू की तरह सजाया था,
पर तुमने क्यों हमें अकेला छोड़ दिया।
ब्रेकअप की ये सुबह है बेमतलब,
तुम्हारे बिना जीना सही नहीं लगता है।
इस दिल की ये यादें तुझसे जुड़ी हुई हैं,
तुझे चाहकर भी तुझसे दूरी बढ़ानी पड़ती है।
तेरे साथ बीती हर पल अब कौन याद करेगा,
ब्रेकअप के बाद हर एक दिन उसे सहना पड़ेगा।
तेरे बिना भी जी लेंगे हम,
पर तेरी ख्यालों से कैसे बचेंगे हम।
ब्रेकअप की ये ताज़ा अहसास है,
तुम्हारे बिना ये ज़िंदगी अधूरी सी लगती है।
अब तुझे याद करते-करते हम रो लेंगे,
तेरी चाहत में ही हम खुद को खो बैठेंगे।
ब्रेकअप की ये तीखी तलवार है,
तुझसे भेदभाव करने की वजह से जीना दुःखद है।
तुम्हारे बिना ये दिल बेहल रहा है,
तुम्हारी यादें हर कोने में छाई है।
-कवि लोकेश
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