जब साथ निभाना मुश्किल हो जाता है,
तन्हाई का समय साथ डांपता है।
छूट जाता है वो प्यार की डोर,
आँसू बहने लगते हैं हमारे जीने की और।
तूत जाती है हर उम्मीद की चादर,
दिल बिखर जाता है सबकुछ अधूरा।
वो साथ जो था हमेशा के लिए,
अब बन गया है इतिहास के किताबों में लिए।
पुरानी यादों के साथ लगी जुबान,
दिल के तूफान में खो गई है वो मिठास।
ब्रेकअप का दर्द न काटे कोई खंजर,
सुनने को मिले बस खामोशी की धड़कन।
प्यार का अंत हो गया हमारे बीच,
कुछ ऐसा घटा जिंदगी की मिट्टी में।
कितना भी कोशिश करें हम भूलने की,
वो दिन वापिस नहीं आ सकते हैं कभी।
अलविदा जो कहना पड़ा हमें,
दिल से निकला हर शब्द में।
प्यार की ये कहानी समाप्त हो गई है,
हमने भी स्वीकार कर ली है इसकी विनति।
ब्रेकअप के बाद भी जीते हैं हम,
वो तड़प इन आँखों में छुपी हमेशा के लिए।
-कवि लोकेश
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