तुम्हारे बिना दिल मेरा बहल नहीं पाता,
तुम्हारी यादों से दिल मेरा भर नहीं पाता।
कोई मिल जाए भी तो लगता है अनजान,
तेरी जुदाई ने किया है दिल को दर्दभरा।
ख्वाबों की दुनिया में हमने बिताया था साथ,
परिंदों की तरह हमने उड़ने की धरा।
तेरी चाहत में मैं हो गया था दीवाना,
ग़म से भरी रातों में तेरा ख्याल आता।
प्यार का इस खेल में हमने हार दी जीत,
तेरे बिना अब दिल को चैन कहाँ मिलता।
तेरे साथ की यादों में है दिल मेरा अब रोता,
अब तू दूर है तो एहसास है खोता।
लोग कहते हैं जीनेकी राह में,
कुछ लोग खो गए तो कुछ पाया।
तेरे साथ होते हुए था जीना मुश्किल,
तेरे बिना अब है यह ज़िन्दगी लम्बी।
क्या कहूं मैं कि हालात कैसे हैं,
तेरी यादों से दिल अब भरता नहीं।
तुम्हारी दूरी ने किया है मुझे तन्हा,
तेरी यादें हैं जो अब मेरी संगिनी।
बिना तुम्हारे मैं कैसे चलूँ संग,
तुम्हारे बिना अब जीना है मेरे लिए दुखद।
तुम्हारे बिना जीना मेरे लिए है असंभव,
तुम्हारे साथ गुजरी हर पल की याद दिलाती है दर्द।
तुम्हारे बिना जिंदगी बेमानी है,
तुम्हारे बिना अब जीना संभव नहीं है।
तुम्हारे बिना मेरा जीना अधूरा है,
तुम्हारे बिना अब ज़िन्दगी का मतलब ही कुछ नहीं है।
-कवि लोकेश
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