आज सोचा मैंने, की क्या है जो मुझे प्रेरित करे,
जो जागे मेरी रूह को, वो है मेरी सबसे बड़ी राहत।
इंसान जो थक जाए, दुनिया की भगदड़ में,
प्रेरणा की उस चिंगारी से, फिर उसे पाना संभव है।
रोशनी है प्रेरणा, जो अंधेरे को दूर करे,
जीवन को नई दिशा में ले चले, वह मुसीबत हो या खुशियां भरे।
आओ चलें हम मिलकर, प्रेरणा के साथ अग्रसर,
हम सब मिलकर जीतेंगे, आओ खुद को प्रेरित करे।
-कवि लोकेश
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