सोचो, समझो, महसूस करो,
जीवन का हर पल है अनमोल।
सपने देखो, उत्साह बढ़ाओ,
खुद को और आगे बढ़ाओ।
जो निराश है, चिंतित है,
उसे सहारा बनो, सँभालो।
नए सपने सजाओ, मंजिलें पाओ,
आगे बढ़कर अपना सम्मान बढ़ाओ।
हर कठिनाई से लड़ो, हिम्मत रखो,
खुद को जीतने का जज्बा रखो।
इन्सानियत की मिट्टी में बढ़कर,
जनसेवा का संकल्प रखो।
साकारत्मक सोच बनाओ, विश्वास दिखाओ,
अपने सपनों को पूरा करना सिखाओ।
जीवन में नयी ऊर्जा भरकर,
खुद को और जीवन को आगे बढ़ाओ।
-कवि लोकेश
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