हंसने का वक्त


Haste haste din bitaye, hans hans ke jaan nikali,
Masti se bhara ye jahan, hansane ki koi kami nahi.
Chutkule sunake dil khush, muskurahat mein rang bhar jaye,
Hasi ka silsila chalta rahe, har pal khushiyon se bhar jaye.

-कवि लोकेश


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Lokesh T

एक हिंदी कवि के रूप में, मैं अपने शब्दों के माध्यम से जीवन की सुंदरता, जटिलता और बारीकियों को पकड़ने का प्रयास करता हूँ। अभिव्यक्ति की इस यात्रा में मेरे साथ जुड़ें क्योंकि मैं कविता की शक्ति के माध्यम से अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को साझा करता हूँ।

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