दिल के बंधन टूटे, रिश्तों के संबंध बिगड़े,
तेरी यादों के ख्वाबों में, मेरी रातें गुजरी।
तेरी मोहब्बत की कहानी, अब बस एक ख्वाब लगती है,
दर्द और ग़म के साथ, मेरी ज़िन्दगी थम गई।
हर रोज़ तेरी यादों में खोना, जीना हुआ मुश्किल,
तेरे बिना ज़िन्दगी, एक सुना हुआ गीत बन गई।
अब संगीत भी विरह की धुन में, गुंजता है बेरंगी,
तेरी अभाव में, मेरी आँखों से निकलती हैं नमी।
तेरे बिना सुनी रह गईं, मेरी दिल की धड़कनें,
अब ये सच है कि हमारा, रिश्ता हो गया है टूटा।
ये ब्रेकअप की तलब, हर किसी जीवन में होती है,
मगर मेरी ज़िन्दगी में, तू ही थी जो मुझे छोड़ गई।
सोचता हूँ कि ये सब क्यों हुआ, क्या करें मैं अब,
पर दिल कहता है कि, अब तुझे भूल जाऊं सभी कशमकशों की किरने।
समय आएगा, जब दरिया भी बंद हो जाएगा,
तब बस तू होगी, मेरे दिल की एक और कहानी।
-कवि लोकेश
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