दिल टूटा, ख्वाब सजे,
कुछ इश्क़ था, कुछ अरमान थे।
दोनों मिलकर सपने हराए,
बिछड़ा दिल, अपने पराए।
बेवफा था वो, जो कहता था,
मोहब्बत का वादा था।
पर अब वो सब सिर्फ यादों में है,
कहना है, कि वो लम्हे सिर्फ बहाने थे।
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल है,
पर खुद को ठीक करना भी जरूरी है।
खुश रहो तुम, खुदा हाफ़िज़,
बस इतनी दुआ, अपनी हिम्मत बना लो।
-कवि लोकेश
Discover more from Kavya Manthan
Subscribe to get the latest posts sent to your email.