सजना था मेरा, प्यार था तेरा
मिलकर बिछा था हमने सपना
पर क्यों तूने तोड़ दिया ये रिश्ता
दिल को तेरी यादों से मिला साजना
साथ थे हम हर पल, हर खुशी में
पर तूने तोड़ दिया दिल के तारे
अब कैसे जिऊं मैं तेरे बिना
तूने तो कर दिया मेरे सपनों को पारे
बेवफा है तू, ये सच है मेरा
मोहब्बत का था सच, प्यार था तेरा
पर अब क्या करूं मैं तेरे बिना
सिर्फ तेरी यादों से है भरा दिल मेरा
आँसुओं से सजती है ये कुछ शायरी
कहनी है मेरी कहानी, मेरी जिंदगी की
तूने तोड़ दिया दिल का कँपाना
अब रह गई है बस तेरी यादों की कहानी।
दिल में जलती है ये दर्द भरी आग
तेरी यादों से है पी रहा मेरा जीना
प्यार था तेरा, बेवफा निभाया
पर तूने तोड़ दिया मेरे दिल की दोरियाँ।
-कवि लोकेश
Discover more from Kavya Manthan
Subscribe to get the latest posts sent to your email.