तुम ने कहा अलविदा, मेरे दिल ने तुम्हें सुना नहीं,
बिना कुछ कहे, मेरी आँखों ने खो दिया सब कुछ।
दर्द लिये हमने एक दूसरे को छोड़ा,
खामोशी ने कही ज्यादा बातें जो़ड़ी।
अब तारे भी हमें देखकर मुस्काएंगे,
पर चाँद की चाँदनी अब मेरी आँखों को भाएगी नहीं।
जैसे कि तू होता था मेरे दिल की धड़कन,
अब तक वो धड़कन भी चुपचाप मेरी दिल से गयी।
ब्रेकअप की ये तक़दीर है,
पर तुझे भूल पाना मेरे लिए नामुमकिन सा है।
तेरे बिना मेरी ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है,
पर तू मेरे दिल में हमेशा रहेगा, मैं कभी नहीं भूलूँगी।
-कवि लोकेश
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